New Step by Step Map For बबूल के फायदे और नुकसान





इसके गोंद के सेवन से पेट और आंतो में होने वाली पीड़ा दूर होती है।

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।

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बबूल के पत्तों को पीसकर घाव पर लगाएं। इससे घाव तुरंत ठीक हो जाता है। बेहतर लाभ के लिए किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक से जरूर परामर्श लें।

बबूल की गोंद को भूलकर भी खाया जा सकता है। 

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कोई गड़बड़ी हुई. कुछ देर इंतज़ार करें और फिर से कोशिश करें.

आंखो में अगर जलन हो, आंखें लाल हो रही हों, या फिर आंखों में दर्द रहता हो, तो get more info बबूल के पत्ते को पीसकर उसे टिकिया के आकार में बना लें और सोते समय आंखों पर लगाएं। इससे काफी आराम मिल सकता है।

बबूल के पेड़ से निकला यह गोंद, खाने योग्य होता है तथा मिठाई बनाने के लिए भी प्रयोग होता है।

बबूल के पत्ते के रस को छाछ में मिलाकर पिलाने से हर प्रकार के दस्त पर रोक लगती है।

यह बबूल की प्रजाति का पेड़ है। यह छोटा वृक्ष होता है, जिसमें कांटे होते हैं। इसकी छाल पतली तथा गहरे भूरे रंग की होती है। पुराना हो जाने पर काले रंग के हो जाती है। इसके पौधे से रस निकलता है, जिसका प्रयोग चिकित्सा के लिए किया जाता है।

बबूल गोंद का नियमित सेवन करने से आपको अतिरिक्त भूख का एहसास नहीं होगा जो कि मोटापे का मुख्य कारण होता है। इसलिए यदि मोटापे और इससे संबंधित अन्य समस्याओं से बचना चाहते हैं तो बबूल गोंद का नियमित सेवन कर सकते हैं।

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